दमा दुमड.
सृष्टि का अनमोल धरोहर दमा और दुमड.-
1.दमा
दमा एक प्रकार का वाध्य यंत्र है, जो नाद-नुमा लोहे का बना होता है। जिस पर भैंस का खाल लगाया जाता है और भैंस की खाल से निर्मित रस्सी के द्वारा कसा जाता है। इसे ‘हो’ में दमा कहा जाता है। इसकी धुन से तरंगीत हो कर देवताओं तक झुमने लगते है, ऐसा ‘हो’ समुदाय का मानना है। इसलिए ‘हो’ समुदाय द्वारा आयोजित सभी प्रकार के पूजा-पाठ एंव संस्कृति समारोह में इस वध्य यंत्र को बजाया जाता है। प्रकृति में इसकी तुलना स्त्री से की गई। दमा को दो डंडे से बजाया जाता है। इसकी आवाज के ध्वनि से सभी वस्तुएं और मानव तक अंदर से कंपित हो जाते हैं।
2.दुमड.
दुमड. आम तौर पर गाय की खाल से बनाया जाता है। इसकी गोल संरचना मिट्टी के ढेर से बनाया जाता है। इस संरचना में गाय की खाल को दोनो छोर में गाय के चमड़े की रस्सी से कसा जाता है। इसे दोनो हाथो के उंगलियों द्वारा बजाया जाता है। इसकी मधुर आवाज में लोग खीचें चले आते हैं। प्रकृति दुमड. पुरुष या नर का दूसरा रुप है ऐसा हो समुदाय का मानना है। दुमड. के मध्यम से ही सभी प्रकार की ताल की शुरुआत होती है और उसका साथ दमा के द्वारा किया जाता है। दुमड. के निर्माण में खास बात यह होती है कि हाथों के उंगलियों द्वारा बजाया जाने वाला भाग (Area) सिर्फ महिलाओ के द्वारा निर्मित किया जाता है।