Skip to content
Adivasi HO Samaj Mahasabha Official

Adivasi HO Samaj Mahasabha Official

Reg No:855/ Year 2009-10 Jharkhand

  • मुख्य पृष्ठ
  • विभाग
    • कला और संस्कृति विभाग
      • दमा और दुमेंग
      • बनाम
      • रुतू
      • सुसून
      • दुरं
      • किलि
    • शिक्षा और स्वास्थय विभाग
      • हो भाषा
      • जड़ी-बुटी
      • देवां
    • क्रीड़ा विभाग
      • सेकोर
      • चुर
    • बोंगा बुरु विभाग
      • दोस्तुर
        • मागे पर्व
        • बह: पर्व
        • हेरो पर्व
        • जोमनमा
      • आदिड.
      • आंदि
      • गोनोए
      • जोनोम
  • सेवाएं
  • हो समाज के बारे में
  • शाखा
  • हो कैलेंडर
  • संस्था
  • Toggle search form

बनाम

बनाम एक प्रकार का वध्य यंत्र है जिसे बैर (एक प्रकार का फल) पेड़ के द्वारा संरचना प्रदान  की जाती है । उस संरचना के चौड़े क्षेत्र को जहाँ बैर के पेड़ के द्वारा बनाई गई खोखली संरचना होती है, उसके ऊपर तोर्र ( एक जंगली गिरगिट) के खाल द्वारा ढाकी जाती है। इसके साथ बाँस  के डाँटल  पर अलग से घोड़े के बाल को दोनों छोर पर बाँधा जाता है। बनाम के खोखले वाली संरचना की ओर घोड़े की बाल को उठाने के लिए लकड़ी से ओट बनाया जाता है, जिसे  ‘हो’  मे गंडू कहा जाता है। घोड़े के बाल द्वारा कसी गई दोनों यंत्रों को लय पूर्वक मरधन किया जाता है और  बनाम से सुरीली आवाज निकलती है। हो जन-जाति के विश्वास के अनुसार बनाम को पुरुष का दर्जा दिया गया है।

 

 

दमा दुमेंग   बनाम  रुतू 

सुसून  दुरं किलि

Copyright © 2024 Adivasi HO Samaj Mahasabha . Developed & Maintained by ipil innovation.

Powered by PressBook Green WordPress theme

WhatsApp us