Category: News
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1 JANUARY शहीद दिवस खरसावां की तैयारियों को लेकर AHSM अध्यक्ष श्री कृष्ण चंद्र बोदरा जी आज खरसावां स्थल का निरीक्षण
1 JANUARY शहीद दिवस खरसावां की तैयारियों को लेकर आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष श्री कृष्ण चंद्र बोदरा जी आज खरसावां स्थल का निरीक्षण किये एवं संगठन के कार्यों का जायजा लेते हुए संतोष जनक तैयारि बताया, उन्होंने कहा इस वर्ष 50 से 70 हजार श्रद्धालु श्रद्धांजलि देने शहीद स्थल खरसावां आने की संभावना है, बढ़ती भीड़ को देखते हुए आदिवासी समन्वय समिति ने 300 वॉलिंटियर तैनात करने का निर्णय लिया है, और बोदरा जी वॉलिंटियर के कोऑर्डिनेटर से बातचीत भी कीये एवं शांतिपूर्ण तरीके से श्रद्धालुओं को फैसिलेट करने हेतु सुझाव दिए, निरीक्षण के दौरान साथ में मौजूद रहे जिला उपाध्यक्ष मनोज कुमार सोय एवं सदस्य कृष्णा सोय, सुखराम सोय, सालेन सोय, सूरज सोय ,रामलाल हेंब्रम ,समियाला लागुरी आदि शामिल रहे । -
+ 2 राजकीय उच्च विद्यालय खरसावां में ‘हो’ भाषा की पढ़ाई शुरू
टाटा स्टील फौंडेशन एवं आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा के संयुक्त तत्वधान में “तुरतुंग” प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिसके तहत आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा जिला समिति सरायकेला खरसावां के पहल पर,उच्च विद्यालय खरसावां में ‘हो’ भाषा वारंग क्षिति की पढ़ाई शुरू कर दि गई है, हमारी पड़ताल से काफी संख्या में ‘हो’ भाषा को स्टूडेंट्स अपने सब्जेक्ट में रखे है, उनके लिए सुनहरा अवसर है अपने क्षेत्रीय भाषा में पढ़कर अपने भविष्य को संवारने का,#हम धन्यवाद देते हैं, प्लस टू राजकीय उच्च विद्यालय खरसावां की जुझारू एक्टिव प्रिंसिपल मंजू हेंब्रम जी को जिन्होंने इस कार्यक्रम को शुरू कराने में हमारी टीम को भरपूर सहयोग दिया है,सेंटर के टीचर हैं श्री सिद्धेश्वर कुदादा एवं सेंटर के कोऑर्डिनेटर है सूरज सोय आप दोनों को भीबधाई एवं शुभकामनाएं ,AHSM जिला समिति सरायकेला खरसावां -
104 वां, ओत गुरु कोल लाको बोदरा जयंती मनाई गई ।
आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा जिला समिति सरायकेला खरसावां, की ओर से 19 सितंबर 2022 को लाको बोदरा की जयंती बहुत ही धूमधाम से मनाई गई, जयंती के अवसर पर ग्रामीण मुंडा – मानकी, मुखिया, प्रखंड प्रमुख ,समाजसेवी, ग्रामीण एवं टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रतिनिधि विरन तीयु उपस्थित रहे, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री श्री चंपई सोरेन, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री चंपई सोरेन जी ने आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा जिला समिति सरायकेला खरसावां से कहा की वारंग क्षिती लिपि के शिक्षकों को तैयार करने की जरूरत है इसके लिए महासभा हमें योजना बनाकर दे, और उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से शिक्षकों को ट्रेनिंग देकर तैयार करें और सरकार के द्वारा वारंग क्षिती लिपि शिक्षक बहाली की प्रक्रिया शुरू करेंगे, और उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि यह ट्रेनिंग बड़बिल कार्यालय में कराई जाए, इस बिल्डिंग में ट्रेनिंग संबंधित सुविधा भी उपलब्ध कराएंगे,इन सुझावों एवं प्रस्तावों के लिए, #मंत्री जी को आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा की ओर से बहुत-बहुत धन्यवाद,कार्यक्रम को सफल बनाने में इनका सहयोग बढ़-चढ़कर रहा — सावित्री कुदादा, सरस्वती सोय, सुरेश हेंब्रम, बीनू ओमोंग, रामलाल हेंब्रम, सुरज सोय, सामु, दखीन, Shishir hembrom Anand hembrom Kamal jamuda Sanjay hembrom Birsa hembromBagun hembrom Amrit hembrom Sanjay jamuda Madi jamuda, laxman hembrom mangal hembromRanjeet jamuda Manesh mudri आदि । -
नेतृत्व का प्रशिक्षण लेगे कृष्णा सोय, करेंगे भारत का भ्रमण 15 महीनो के लिए
नेतृत्व का प्रशिक्षण लेगे कृष्णा सोय, करेंगे भारत का भ्रमण 15 महीनो के लिए, ‘हो’ समाज के एक साधारण परिवार में जन्मे गांव बांगुरडीह, कुचाई ब्लॉक, जिला सराइकेला खरसावां के रहने वाले हैं ,राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रहे हैं, Disom — The Leadership School मे उनका सिलेक्शन हुआ है,आज दिल्ली के लिए निकल रहे है, उनको शुभकामनाएं देने आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष श्री कृष्ण चंद्र बोदरा जी आए, और उन्होंने कहा नेतृत्व के गुण जब आप सीख कर आओगे देश घूम ओके जानोगे तो आने वाले समय में, अपने समाज वह देश को इसका लाभ मिलेगा, हो समाज को आप पर गर्व है । -
भाषाही कम्युनिटी टीचर, शैक्षणिक दौरे पर खरसावां शहीद स्थल पहुंचे
आज ओडिशा राज्य के भाषाही कम्युनिटी टीचर, शैक्षणिक दौरे पर खरसावां शहीद स्थल पहुंचे, ”पारसी सिंग चांदो गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुरमु महाल माडवा , दण्डबोस रायरंगपुर ओडिसा” की और से 80 की संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे, उनको फैसिलेट करने के लिए आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा के सदस्यों ने उनको शहीद स्थल से संबंधित जानकारि दि, फिर लाको बोदरा के पैतृक गांव पासिया की ओर रवाना हुए, इस कार्यक्रम को “टाटा स्टील फाउंडेशन” द्वारा चलाए जा रहे हैं, जो तुरतुंग प्रोजेक्ट के तहत इस कार्यक्रम को झारखंड और उड़ीसा राज्य में चलाया जा रहा है, इस कार्यक्रम को लीड कर रहे हैं टाटा स्टील फौंडेशन के कार्यकारी अधिकारी श्री शिव शंकर कांडेयांग एवं उनके सहयोगी रितेश टूडू, उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ता डेबिट उरांव, विष्णु सरदार,रामलाल हेंब्रम, मनोज कुमार सोय, सूरज सोय आदि सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे ।# आज का सीख, इस तरह के शैक्षणिक कार्यक्रम एवं जागरूकता कार्यक्रम से आदिवासी समुदाय एक दूसरे को सहयोग कर मजबूत होगा । -
सुनीता बुढीऊली 2019 की गोल्ड मेडलिस्ट
सुनीता बुढीऊली 2019 की गोल्ड मेडलिस्ट है जो आदिवासी ‘हो’ समुदाय की संघर्षशील महिला है जिन्होंने साबित कर दिखाया कि परिस्थिति चाहे कैसी भी हो, जुनून – जज्बा और शिद्दत के साथ कुछ काम शुरू करे तो पूरी कायनात आपको सफल करने में लग जाती है , जी हां सुनीता बुढीऊली जिन्होंने ‘हो’ भाषा की पढ़ाई 10वीं कक्षा से शुरू की और 2019 में m.a कंप्लीट किया, इनको राज्यपाल द्वारा गोल्ड मेडल एवं सर्टिफिकेट 2022 में मिला, बता दें सुनीता b.ed कर रही हैं जो इस साल कंप्लीट करेंगी और साथ ही UGC- Net दो बार qualified है और उन्होंने कम्युनिटी टीचर के रूप में 5 साल आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा की ओर से कस्तूरबा स्कूल झीकपानी में पढ़ाने का काम किया है,सुनीता समाज के शिक्षा के प्रति काफी संवेदनशील है उनका सपना है ‘हो’ समाज को आगे लाने के लिए b.ed कॉलेज शुरू करना चाहती हैं और उनके इस सपने को साकार करने में उनके जीवन साथी श्री कृष्ण चंद्र बोरदा जी, जो खुद ‘हो’ भाषा के जानकार हैं और उन्होंने JNU से पढ़ाई की है , और वर्तमान में आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष भी हैं अगर हम कृष्ण चंद्र बोदरा की बात करें तो उन्होंने भी कई ऐसे कम्युनिटी टीचरों को ट्रेनिंग दिया है जो ओडिशा, झारखंड और बंगाल में वारंग क्षिति लिपि के सेंटरों में पढ़ा रहे हैं तुरतुंग प्रोजेक्ट जो Tata Steel और महासभा के संयुक्त तत्वधान द्वारा चलाया जा रहा है, बता दें बोदरा जी झारखंड सरकार के शिक्षा विभाग के साथ भी ‘हो’ भाषा को लेकर काफी काम कर रहे हैं, ‘हो’ भाषा की किताबें छापने में उनका बड़ा योगदान रहा है ।हमारे ‘हो’ समाज की ओर से सुनीता बुढीऊली जी को उनके उज्जवल भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं एवं वह हमारे समाज के लिए शिक्षा की रोल मॉडल बने ऐसी कामना करते हैं -
AHSM ने इतिहास के पन्नों से उठाकर दुनिया के सामने रखने का संकल्प लिया
आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा प्रखंड समिति जगरनाथपुर ने इतिहास के पन्नों से उठाकर दुनिया के सामने रखने का संकल्प लिया है बता दें 1838 ई में शहीद हुए वीर योद्धाओं को महासभा द्वारा जगन्नाथपुर के रितुई गोंडाई तालाब स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करती आ रही है आप सभी को बता दें अब वहां भी संरक्षण एवं सुंदरीकरण की दिशा में महासभा कार्य करने जा रही है महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष श्री कृष्ण चंद्र बोदरा , महासचिव तीरील तिरीया , उपाध्यक्ष नरेश देवगम , केंद्रीय सदस्य पोरेश पाडीया, सुभाष बारी ,सुजीत कालुंदिया आदि सभी पदाधिकारियों का मानना है कि ऐसे धरोहरों का सांस्कृतिक एवं सामाजिक विकास में बड़ा योगदान का केंद्र बनेगा जिससे समाज में शांति और एकता का वातावरण स्थापित होगा -
आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा एवं मुंडा मानकी संग ने बच्चों की शिक्षा को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा एवं रणनीति तैयार की
आज दिनांक 11 फरवरी 2022 स्थान तूइवीर पंचायत चाईबासा में Aspire संगठन के साथ आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा एवं मुंडा मानकी संग ने बच्चों की शिक्षा को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा एवं रणनीति तैयार की, यह कार्यक्रम 3 से 16 साल तक के बच्चों के लिए अभीयान चलाया जाएगा 7 साल 4 महीने तक चलने वाला है, शिक्षा को लेकर यह एक क्रान्तिकारी काम है यह बात वीरेन भुट्टा ने कही, महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष श्री कृष्ण चंद्र बोदरा एवं मामु संग के अध्यक्ष श्री गणेश पाटपींगुवा ,दोनो ने इस कार्यक्रम को भरपुर सहयोग करने की बात कही , काफी संख्या में पश्चिमी सिंहभूम के सभी प्रखंडों से समाज के लोग सामील हुए,
इस बैठक में मुख्य रूप से सामील पदाधिकारियों एवं सदस्य –
1-महासभा के केंद्रीय महासचिव, तीरील तिरीया
2- सतिश तामसोय
लक्ष्मन सामाड, शुदरशन लागुरी, फुलचंद मेम्बर, राम कृष्ण चाकी, प्रताप, आदि
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आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा की जिला इकाई पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर का गठन
आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा की जिला इकाई पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर का गठन किया गया जिसमें सर्व सहमति से रैना पूर्ति को जिलाध्यक्ष चुना गया